इलाहाबाद विश्वविद्यालय परिसर में बुधवार को हाई वोल्टेज ड्रामा हुआ। प्रवेश निरस्तीकरण के खिलाफ आंदोलन कर रहे छात्रों ने केंद्रीय पुस्तकालय के सामने मेन गेट पर ताला जड़ दिया और छात्र नेता सत्यम कुशवाहा ने प्रवेश दिए जाने की मांग को लेकर एक शिक्षक का पैर आधे घंटे तक पकड़े रखा। 

फीस वृद्धि और छात्रसंघ बहाली के मुद्दे पर संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले आंदोलन की अगुवाई कर रहे छात्र नेता अजय यादव सम्राट को पीजी में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है, जबकि अजय को प्रवेश परीक्षा में पर्याप्त अंक मिले हैं और निर्धारित कटऑफ के तहत प्रवेश मिलना चाहिए। हालांकि, मामला डबल एमए का है और विश्वविद्यालय प्रशासन ने डबल एमए से संबंधित नियमों का हवाला देते हुए अजय का प्रवेश रोका है।

छात्रों का आरोप है कि विश्वविद्यालय प्रशासन जानबूझकर परेशान कर रहा है। इसी मुद्दे पर छात्र नेता सत्यम कुशवाहा ने सीनेट हॉल के सामने अर्धनग्न होकर प्रदर्शन किया और गले पर सख्ती टांग परिसर में घूमकर अपना विरोध दर्ज कराया। इसके बाद सत्यम और तमाम छात्र नेता मेन गेट पर ताला लगाकर धरने पर बैठ गए। वहां से प्रो. मनमोहन कृष्ण निकले तो सत्यम ने उनके पैर पकड़ लिए।

सत्यम के खिलाफ भी पूर्व में अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा चुकी है और प्रवेश निरस्त किया जा चुका है। सत्यम ने प्रो. मनमोहन कृष्ण से कहा कि अगर वे चाहें तो छात्रों की मदद कर सकते हैं, क्योंकि विश्वविद्यालय प्रशासन में उनकी दखल है। सत्यम ने आधे घंटे तक उनके पैरों को पकड़ा रखा। बाद में चीफ प्रॉक्टर वहां पहुंचे तो प्रो. मनमोहन कृष्ण वहां से निकल सके। इस दौरान छात्र नेताओं की विश्वविद्यालय के अफसरों और पुलिस कर्मियों से नोकझोंक भी हुई

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