मेरठ में इस साल हुईं करीब 14 हत्याओं की वारदातों ने समाज के बिखरते ताने बाने की हकीकत बयां कर दी। रिश्तों के कत्ल से जुड़ी इन वारदातों में ज्यादातर मामलों में सनसनीखेज खुलासा हुआ कि पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर पति को रास्ते से हटाने के लिए उसका कत्ल करा दिया। जरा-जरा सी बात पर होने वाला मनमुटाव, घरेलू हिंसा और कत्ल तक पहुंच रहा है। पिछले कुछ वर्षों में ऐसे मामलों में तेजी से इजाफा हुआ है।
केस-1 :
सरधना में 29 अगस्त को मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना निवासी इरशाद की हत्या हुई। शव तार से बने फंदे पर लटका मिला। हाल ही में पुलिस ने वारदात का सनसनीखेज खुलासा किया। हत्या इरशाद की पत्नी शाहजहां ने प्रेमी सुहेल के साथ मिलकर की थी। 17 साल पहले इरशाद और शाहजहां दोनों में प्रेम विवाह हुआ था।
केस-2 :
पल्लवपुरम थाना क्षेत्र में पांच नवंबर को राधेश्याम की हत्या कर शव खेत में फेंक दिया गया। पुलिस ने पड़ताल की तो पता चला कि पत्नी ने ही राधेश्याम की हत्या कराई थी। उसका किसी युवक से प्रेम प्रसंग था। राधेश्याम ने इसका पता चलने के बाद विरोध किया। विरोध इसके चलते पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर हत्या की पटकथा तैयार कर ली।
इन वजह से बढ़ रहीं दूरियां
– शादी से पहले की गतिविधियों का बाद में भी जारी रहना।
– शादी के बाद बेटा/बेटी के परिजनों का हस्तक्षेप।
– बात-बात पर विवाद करना।
– शादी के बाद भी प्रेम संबंध रहना।
– एक-दूसरे को नजर अंदाज करना।
परिवार परामर्श केंद्र में भरमार
परिवार परामर्श केंद्र में पति-पत्नी के बीच तल्खियों से जुड़े लगभग 900 मामले दर्ज हैं। 80 प्रतिशत मामलों में नींव मामूली विवाद है। तमाम कोशिशों के बाद करीब 600 परिवारों को इस वर्ष टूटने से बचाया गया है। प्रत्येक सप्ताह करीब 300 परिवारों से बात की जाती है।
परिवार परामर्श केंद्र प्रभारी आंचल शर्मा के मुताबिक परिवार परामर्श केंद्र में आने वाले लगभग 80 प्रतिशत मामले मामूली विवाद से जुड़े हैं। कई बार विवाद इतना बढ़ जाता है कि पति-पत्नी एक दूसरे की शक्ल तक नहीं देखना पसंद करते। कोशिश यही होती है कि दोनों पक्षों को समझाकर स्थिति में बदलाव लाया जाए।