FIR कानपुर यूनिवर्सिटी के VC पर, STF ने विनय पाठक को किया गिरफ्तार, क्या है पूरा मामला? जानें-

कानपुर के छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय के वीसी विनय पाठक पर FIR दर्ज हुई है. उनके खिलाफ लखनऊ के इंदिरा नगर थाने में बंधक बनाकर रंगदारी वसूली की FIR हुई है. विनय पाठक के साथ लखनऊ की एक प्रिंटिंग प्रेस मालिक अजय मिश्रा भी FIR में नामजद हैं. वहीं FIR दर्ज होने के बाद यूपी एसटीएफ ने अजय मिश्रा को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।

निडर, निष्पक्ष, निर्भीक चुनिंदा खबरों को पढने के लिए यहाँ >> क्लिक <<करें

करोड़ों का कमीशन CSJMU के वीसी विनय पाठक और प्रिंटिंग प्रेस मालिक अजय मिश्रा पर एक निजी कंपनी से वसूलने का आरोप है. आरोप है कि विनय पाठक ने आगरा विश्वविद्यालय में प्रभारी वीसी रहते बिल पास करने के एवज में 15 फीसदी कमीशन मांगा और कमीशन जिसे लखनऊ के अजय मिश्रा उठा रहे थे।

अधिक महत्वपूर्ण जानकारियों / खबरों के लिये यहाँ >>क्लिक<< करें

रह चुके हैं इन यूनिवर्सिटी के वीसी
जिसके बाद इस मामले में FIR लखनऊ स्थित इंदिरा नगर थाने में दर्ज की गई. अब जब विनय पाठक को FIR के बाद गिरफ्तार किया गया है तो वर्तमान में विनय पाठक कानपुर के छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर हैं. इससे पहले विनय पाठक लखनऊ के एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी के वीसी के पद पर रह चुके हैं.

‘लोकल न्यूज’ प्लेटफॉर्म के माध्यम से ‘नागरिक पत्रकारिता’ का हिस्सा बनने के लिये यहाँ >>क्लिक<< करें

वीसी विनय पाठक के खिलाफ ये FIR 29 अक्टूबर 2022 को दर्ज हुई थी. उनके खिलाफ FIR धारा 342, 386, 504, 506 और 7 के तहत दर्ज की गई थी. FIR के अनुसार ये पूरा मामला 2020-21 और 2021-22 सत्र में किए कार्यों से संबंधित है. तब वे भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा के कुलपति थे. आरोप है कि तब उन्होंने कहा था, “15 फीसदी कमीशन दोगे, तब ही मैं बिल पास करूंगा.” बता दें कि यूनिवर्सिटी के वीसी की गिरफ्तारी पूरे कानपुर समेत आसपास के इलाकों में चर्चा का विषय बनी हुई है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *