बाराबंकी– नवरात्रि में 9 दिन की पूजा आराधना के बाद भक्तों ने दशमी के दिन मूर्ति विसर्जन स्थल पर पहुंच कर दुर्गा गणेश आदि प्रतिमाओं का विधिवत विसर्जन किया बता दें कि तहसील रामनगर क्षेत्र में लगभग एक सैकड़ा मूर्ति प्रतिवर्ष स्थापित की जाती है जिसकी पूरे 9 दिन पूजा-अर्चना भजन कीर्तन के साथ की जाती है दो टाइम आरती बड़े ही विधि विधान के साथ नवरूप की आराधना के साथ की जाती है आसपास के ग्रामीण आरती के समय उपस्थित होकर माता भगवती से प्रार्थना करते हैं पूरे 9 दिन तहसील क्षेत्र में स्थापित मूर्तियों के समक्ष भजन कीर्तन जागरण कवि सम्मेलन आदि कार्यक्रम रात्रि में संपन्न हुए और भक्तजनों ने पूरे 9 दिन नवरात्रि में रात के समय जागरण कर मां की पूजा आराधना की वा कार्यक्रमों का पूरा आनंद लिया नवे दिन कन्या भोज और हवन के साथ नवरात्र की पूजा आराधना संपन्न हो गई तथा अस्थाई रूप से स्थापित दुर्गा आदि प्रतिमाओं की आरती और पूजन के बाद ट्रैक्टर ट्रक आदि के द्वारा लेकर घाघरा घाट स्थित सरयू नदी के तट पर विसर्जन के लिए ले गए जहां पर विधिवत मूर्ति विसर्जन का कार्यक्रम संपन्न किया वही भगहर झील पर मूर्ति विसर्जन का कार्यक्रम भक्तों द्वारा किया गया इस बार जिन गांवों में बड़े तालाब थे मूर्ति विसर्जन तालाबों में कर दिया गया जिससे नदियों के तट पर भीड़ कम रहे और शांतिपूर्ण विसर्जन संपन्न हो सके मूर्ति विसर्जन का कार्यक्रम देर शाम तक चलता रहा तथा शांतिपूर्वक मूर्ति विसर्जन का कार्यक्रम पूरे तहसील क्षेत्र में संपन्न हुआ।घाघरा घाट विसर्जन स्थल पर एडिशनल एसपी पूर्णेंदु सिंह ने पहुंचकर जायजा लिया वही एसडीएम तान्या नायब तहसीलदार अभिषेक विसर्जन स्थल का जायजा लेते रहे । कोतवाल बृजेश कुमार वर्मा उपनिरीक्षक विष्णु कुमार शर्मा श्रीराम शुक्ला राजस्व कर्मी अनिल कुमार श्रीवास्तव प्रदीप सिंह अजय सिंह आशुतोष सिंह मूर्ति विसर्जन साधनों के आवागमन आदि पर नजर बनाए रहे।