भ्रष्टाचार पर नकेल कसने को लेकर यूपी सरकार का एक्शन जारी है। जनसूचना कानून का पालन न करने पर राज्य सूचना आयोग ने चित्रकूटधाम मंडल के आयुक्त, डीएम समेत आठ अफसरों को लखनऊ में मंगलवार को तलब किया है। साथ ही शीघ्र सूचना देने के भी आदेश दिए हैं।
जन सूचनाधिकार के तहत मांगी सूचना उपलब्ध न कराना अफसरों को महंगा पड़ा। आरटीआई एक्टिविस्ट और बुंदेलखंड आजाद सेना अध्यक्ष प्रमोद आजाद के मुताबिक, जनपद व मंडल के विभिन्न शासकीय कार्यालयों से भ्रष्टाचार के खुलासे के लिए जनसूचना कानून के तहत जानकारियां मांगी थी। जिनको विभिन्न विभागों के जनसूचना अधिकारियों ने अनदेखा कर दिया या फिर शतप्रतिशत सही सूचना उपलब्ध नहीं कराई। इस पर प्रमोद आजाद ने राज्य सूचना आयोग उत्तर प्रदेश लखनऊ में शिकायत की।
राज्य सूचना आयोग ने मंडलायुक्त चित्रकूट धाम मंडल बांदा, जिलाधिकारी बांदा, उपकृषि निदेशक बांदा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी बांदा, जिला बेसिक शिक्षाधिकारी बांदा, खंड शिक्षाधिकारी कमासिन, सहायक विकास अधिकारी पंचायत बबेरू एवं सहायक विकास अधिकारी पंचायत नरैनी को लखनऊ तलब किया है।