लखीमपुर खीरी में दो दलित बेटियों की गैंगरेप के बाद हत्या मामले में पोस्टमार्टम आ गई है। लड़कियों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में गला दबाकर हत्या और इसके बाद में लटकाने की पुष्टि हुई है। एसपी ने जानकारी देते हुए बताया कि तीन डॉक्टरों के पैनल ने शवों का पोस्टमार्टम किया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में लड़कियों के शरीर पर चोटों के निशान नहीं मिले हैं। लखीमपुर खीरी हत्याकांड में बच्चियों के पोस्टमार्टम पर सीएमओ अरुणेंद्र त्रिपाठी ने कहा कि रिपोर्ट कोर्ट को सौंपी जाएगी और एक कॉपी एसपी को सौंपी जाएगी।
इसस पहले लखीमपुर खीरी कांड में चार आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने खुलासा कर दिया है। लखीमपुर खीरी जिले में बुधवार शाम एक पेड़ से दो नाबालिग दलित बहनों के शव लटके पाए जाने के बाद छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पुलिस मुठभेड़ के दौरान पैर में गोली लगने से एक आरोपी घायल हो गया। लखीमपुर खीरी के एसपी संजीव सुमन ने एक प्रेस वार्ता में कहा कि छह आरोपियों की पहचान छोटू, जुनैद, सोहेल, हाफिजुल, करीमुद्दीन और आरिफ के रूप में हुई है। प्रारंभिक जांच में पाया गया कि दोनों लड़कियों को पास के एक खेत में बहला-फुसलाकर ले जाने वाले सोहेल और जुनैद ने रेप किया।बताया गया कि लड़कियों द्वारा मांग की गई कि आरोपी उनसे शादी करें। इसके बाद उनकी गला घोंटकर हत्या कर दी गई। उन्हें पेड़ से लटकाने में जुनैद और सोहेल का साथ हाफिजुल, आरीफ और करीमुद्दीन ने दिया। एसपी सुमन ने कहा कि छोटू को छोड़कर सभी आरोपी लखीमपुर खीरी के लालपुर गांव के रहने वाले थे। छोटू, जो पीड़िता का पड़ोसी था, ने दोनों लड़कियों को आरोपी से मिलवाया।