यूपी के आगरा में पुलिस ने टेंट व्यापारी बॉबी हत्याकांड का खुलासा किया है। प्रकाश नगर (शाहगंज) में 26 अगस्त की रात घर में सोते समय टेंट व्यापारी बॉबी की हत्या पड़ोसी युवकों ने नहीं की थी। पत्नी प्रीति ने देवर धीरज के साथ मिलकर हत्याकांड की साजिश रची थी। भाभी के इश्क में धीरज ने सगे भाई को गोली मारी थी। शनिवार को शाहगंज पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा किया। देवर-भाभी को जेल भेज दिया।
27 अगस्त की सुबह करीब पांच बजे हत्याकांड की सूचना पुलिस को दी गई थी। प्रीति ने आरोप लगाया था कि मोहल्ले के स्पनिल और अंकित ने उसके पति की हत्या की है। रात को गोली की आवाज सुनकर उसकी नींद खुल गई थी। उसने स्पनिल को छत से कूदकर भागते देखा था। घर के नीचे अंकित खड़ा था। यह आरोप भी लगाया था कि आरोपित ने पूर्व में उसके साथ छेड़छाड़ की थी। विरोध पर पति से झगड़ा हुआ था। आरोपित ने हत्या की धमकी दी थी। हत्याकांड की शाम रामनगर पुलिया पर शव रखकर जाम लगाया था।
बॉबी मूलत: ग्राम शिल्ला थाना हरदुआगंज अलीगढ़ का निवासी था। पत्नी शव लेकर गांव चली गई थी। वहां पर रह रही थी। एसपी प्रोटोकॉल शिवराम ने बताया कि पुलिस ने पत्नी प्रीति और देवर धीरज को गिरफ्तार किया। दोनों अलीगढ़ में गांव में रह रहे थे। पुलिस ने हत्याकांड के बाद सीसीटीवी खंगाले। बस्ती के बाहर लगे सीसीटीवी से सुराग मिले। सर्विलांस से हत्याकांड की रात धीरज के प्रकाशनगर में मौजूद होने के प्रमाण मिले।
छत से कूदने में टूट गए दोनों पैर
पुलिस को छानबीन में पता चला कि धीरज हत्याकांड की रात अपने भाई बॉबी के घर आया था। छत से कूदा था। इस कारण उसके दोनों पैर टूट गए थे। वह लड़खड़ाते हुए बस्ती से बाहर निकला था। जैसे-तैसे केदारनगर पहुंचा था। वहां तमंचा छिपाया था। वहां से ई रिक्शा में बैठकर बस स्टैंड तक पहुंचा था। बस से अलीगढ़ गया था। वहां एक परिचित को फोन करके बुलाया था। अपना इलाज कराया था। पुलिस पत्नी और देवर को पकड़ने के लिए साक्ष्य जुटा रही थी। डिजिटल और सर्विलांस के साक्ष्य जुटाने के बाद दोनों को पकड़ा।
दो बेगुनाह को हत्यारोपी बनने से बचाया
प्रीति ने गहरी साजिश रची थी। हत्याकांड के बाद उसने बस्ती के स्पनिल और उसके भाई अंकित के खिलाफ मुकदमा लिखाया। ऐसा माहौल बना दिया जैसे दोनों ने हत्या की है। पुलिस ने स्पनिल को हत्या की जानकारी के कुछ देर बाद ही पकड़ लिया था। वह लंबे समय तक पुलिस हिरासत में रहा। एक ही बात बोल रहा था कि उसने नहीं मारा। उसे फंसाया गया है। पुलिस दबाव में दोनों नामजद आरोपियों को जेल भेज देती तो उनका भविष्य खराब हो जाता। पुलिस ने दो निर्दोषों को हत्यारोपी बनने से बचा लिया। दोनों को क्लीनचिट दी गई है।
घर नहीं आने की दी थी हिदायत
पुलिस को छानबीन में पता चला कि धीरज और प्रीति के बीच नजदीकी थी। इसकी जानकारी बॉबी को हो गई थी। कुछ समय पूर्व उसने ऐसा कुछ देख लिया था जिससे परेशान हो गया था। उसने धीरज को धमकी दी थी कि दोबारा उसके घर आया तो अच्छा नहीं होगा। यह जानकारी पुलिस को छानबीन के दौरान मिली थी।