नोएडा। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर उत्तर प्रदेश सरकार ने आज नोएडा में सुपरटेक के ट्वीन टावर को ध्वस्त कर दिया है। इस मामले में प्रदेश सरकार ने 26 अधिकारियों और कर्मचारियों की सूची जारी की है। जो इस टावर के निर्माण में भ्रष्टाचार में शामिल थे।
प्रदेश सरकार द्वारा जारी सूची के मुताबिक तत्कालीन सीईओ और वरिष्ठ आईएएस अधिकारी महेंद्र सिंह व एसके द्वेदी और अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी आरपी अरोड़ा इस भ्रष्टाचार में मुख्य व्यक्ति शामिल थे। इनके अलावा एसके मिश्रा, राजपाल कौशिक, त्रिभुवन सिंह, शेलेंद्र कैरे, बाबूराम, टीएनपटेल, अनीता, एनके कपूर, मुकेश गोलय, प्रवीण श्रीवास्तव, ज्ञानचंद, राजेश कुमार, विमला सिंह, विपिन गौड़ के नाम शामिल है।
आपको बता दें कि इस समय आधे से भी ज्यादा अधिकारी सेवानिवृत्त है। प्रदेश सरकार इन सभी पर गंभीर कार्रवाई करेगी।