मोदी जी के बनारस में आज एक ट्रक में बिना सुरक्षा कर्मियों के दर्जनों EVM मशीनें पकड़े जाने पर ज़ोरदार सियासी बवाल शुरू हो गया है. समाजवादी पार्टी ने इस मामले पर सरकार और चुनाव आयोग को घेरा है वहीँ भाजपा ने इसे सपा की हताशा बताया है.
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मोदी जी के बनारस के जिला मजिस्ट्रेट ने कहा कि ईवीएम का इस्तेमाल प्रशिक्षण के लिए किया जा रहा था और वे मतदान में इस्तेमाल नहीं की गई थी. हालांकि इसको लेकर डीएम ने पूरा ब्योरा देते हुए आरोपों को खंडन किया है.
“कुछ राजनीतिक दलों” पर “अफवाह फैलाने” का आरोप लगाते हुए, जिला मजिस्ट्रेट कौशल राज शर्मा ने कहा कि चुनावों में इस्तेमाल की गई सभी ईवीएम सीआरपीएफ के कब्जे वाले स्ट्रांग रूम में सील कर दी गई हैं और सीसीटीवी निगरानी में हैं, जिसे सभी राजनीतिक दल के लोग देख रहे हैं.
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उन्होंने कहा, “मंडी स्थित खाद्य गोदाम में बने एक अलग गोदाम से ईवीएम यूपी कॉलेज जा रही थी. गणना कार्य में लगे कर्मचारियों का कल दूसरा प्रशिक्षण है और इन मशीनों का प्रयोग हमेशा व्यावहारिक प्रशिक्षण के लिए किया जाता है.”
वहीं समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने मीडिया के सामने इस दावे का खंडन किया और कहा, “वाराणसी में हमने एक ट्रक को रोका और दो ट्रक भाग गए. अगर कोई संदिग्ध गतिविधि नहीं थी, तो ईवीएम वाले दो ट्रक कैसे भाग गए? आप उम्मीदवारों की सहमति के बिना कहीं से भी कोई ईवीएम नहीं ले जा सकते.”
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अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, “वाराणसी में EVM पकड़े जाने का समाचार उप्र की हर विधानसभा को चौकन्ना रहने का संदेश दे रहा है. मतगणना में धांधली की कोशिश को नाकाम करने के लिए सपा-गठबंधन के सभी प्रत्याशी और समर्थक अपने-अपने कैमरों के साथ तैयार रहें. युवा लोकतंत्र व भविष्य की रक्षा के लिए मतगणना में सिपाही बने!