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उत्तर प्रदेश इलेक्शन वॉच एसोसिएशन फ़ॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के पांचवें चरण में चुनाव लड़ने वाले 693 में से 685 उम्मीदवारों के शपथपत्रों का विश्लेषण किया है जो 61 निर्वाचन क्षेत्रों से चुनाव लड़ रहे है। वही 8 उम्मीदवारों का शपथपत्र स्पष्ट ना होने के कारण उनका विष्लेषण नहीं किया जा सका।

उम्मीदवारों द्वारा घोषित आपराधिक मामले 685 में से 185 (27 %) उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किये है वहीं गंभीर आपराधिक मामले 141 (21 %) है।

उम्मीदवारों द्वारा घोषित आपराधिक मामले दलवार इस प्रकार है समाजवादी पार्टी के 59 में से 42 (71 %), अपना दल सोनेलाल के 7 में से 4 (57 % ), बीजेपी के 52 में से 25 (48 %), बसपा के 61 में से 23 (38 %), काग्रेस के 61 में से 23 (38 % ) और 52 में से 10 (19 % ) आप पार्टी के उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषत किये हैं।

वही गंभीर आपराधिक मामले दलवार समाजवादी पार्टी के 59 में से 29 (49 %), अपना दल सोनेलाल के 7 में से 2 (29 % ), बीजेपी के 52 में से 22 (42 %), बसपा के 61 में से 17 (28 %), काग्रेस के 61 में से 17 (28 % ) और 52 में से 7 (14 % ) आप पार्टी के उम्मीदवारों ने अपने ऊपर गंभीर आपराधिक मामले घोषित किये है।

पांचवें चरण में उम्मीदवारों द्वारा घोषित आपराधिक मामलों में पहले स्थान पर बहुजन समाज पार्टी से यश भद्र सिंह हैं जो सुल्तानपुर के इसौली विधानसभा सीट से उम्मीदवार हैं जिनके ऊपर 21 मामले दर्ज हैं (गंभीर धराये 26) , दूसरे स्थान पर प्रयागराज जनपद के इलहाबाद उत्तर विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के संदीप यादव हैं जिनके ऊपर 35 मामले (गंभीर धराये 24) और तीसरे स्थान पर समाजवादी पार्टी बहराइच के पयागपुर विधानसभा क्षेत्र से मुकेश श्रीवास्तव है जिनके ऊपर 9 मामले दर्ज (गंभीर धराये 21) है।
( नोट : उपर्युक्त क्रम गंभीर आईपीसी केस के आधार पर हैं )

12 उम्मीदवारों ने महिलाओं के ऊपर अत्याचार से सम्बन्धि मामले घोषित किये है इन 12 में से 1 उम्मीदवार ने अपने ऊपर बलात्कार (आईपीसी-376) से सम्बन्धित मामला घोषित किया है। 8 उम्मीदवारों ने अपने ऊपर हत्या (आईपीसी-302) से सम्बन्धित मामले घोषित किये हैं। वही 31 उम्मीदवारों ने अपने ऊपर हत्या का प्रयास (आईपीसी-307) से सम्बन्धित मामले घोषित किये हैं।

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के पांचवें चरण में 61 में से 39 (64 %) संवेदनशील निर्वाचन क्षेत्र है, जहाँ 3 या उससे अधिक उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किये है।

हम करोड़पति उम्मीदवारों कि बात करे तो 685 में से 246 (36 %) पांचवें चरण में करोड़पति उम्मीदवार है। हमारे चुनाव में धनबल की भूमिका इस बात से स्पष्ट होती है कि सभी प्रमुख राजनीतिक दल धनी उम्मीदवारों को टिकट देते है

करोड़पति उम्मीदवार दलवार की बात करे तो बीजेपी के 52 में से 47 (90 %), अपना दल सोनेलाल के 7 में से 6 (86 %), समाजवादी पार्टी के 59 में से 49 (83 % ), बसपा के 61 में से 44 (72 %), कांग्रेस के 61 में से 30 (49 %), और 52 में से 11 (21 %) आप पार्टी के उम्मीदवार करोड़पति हैं। जिनकी घोषित संपत्ति रू 1 करोड़ से ज्यादा है।

सबसे ज्यादा संपत्ति घोषित करने वाले शीर्ष 3 उम्मीदवारों में से पहले स्थान में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के जनपद अमेठी से तिलोई विधानसभा से उम्मीदवार मयंकेश्वर शरण सिंह है जिन्होने अपनी संपत्ति 58 करोड़ बतायी है दूसरे स्थान पर जनपद प्रतापगढ़ के कुंडा विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सिंधुजा मिश्रा सेनानी है जिनकी संपत्ति 52 करोड़ हैं वहीं तीसरे स्थान पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) के जनपद अमेठी विधानसभा सीट से डॉ संजय सिंह है जिन्होने अपनी संपत्ति 50 करोड़ बतायी है।

उत्तर प्रदेश चुनाव 2022 के पांचवें चरण में उम्मीदवारों की औसतन संपत्ति रू 2.48 करोड़ है। वही 296 (43 %) उम्मीदवारों ने अपनी देनदारी घोषित की है

उत्तर प्रदेश इलेक्शन वाच एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के पांचवें चरण में 231 (34 %) उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता 5वीं और 12वीं के बीच घोषित की है। जबकि 407 (59 %) उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता स्नातक और इससे ज्यादा घोषित की हैं। 2 उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता डिप्लोमा धारक घोषित की हैं वहीं 32 उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता साक्षर और 6 उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता असाक्षर घोषित की है। 7 उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता घोषित नहीं की है

248 (36%) उम्मीदवारों ने अपनी आयु 25 से 40 वर्ष के बीच घोषित की हैं, जबकि 368 (54%) उम्मीदवारों ने अपनी आयु 41 से 60 वर्ष के बीच घोषित की हैं 69 (10 %) उम्मीदवारों ने अपनी आयु 61 से 80 वर्ष के बीच घोषित की हैं

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के पांचवें चरण में 90 (13%) महिला उम्मीदवार चुनाव लड़ रही हैंI

उत्तर प्रदेश इलेक्शन वॉच के मुख्य समन्वयक डॉक्टर संजय सिंह का कहना है कि जैसे-जैसे उत्तर प्रदेश में चुनाव के चरण बढ़ रहे हैं उसी तरह से अपराधियों और धनबालियों का प्रतिशत भी बढ़ता जा रहा है चुनावी समर में अब बाहुबली और धनबालियों की भरमार लोकतंत्र के लिए चिंताजनक स्थिति बना रही है

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