एक तरफ जहाँ मुलायम परिवार की बहू कही जाने वाली अपर्णा बिष्ट जो ताज़ा ताज़ा भाजपा की सदस्य बनी हैं करहल में अपने रिश्ते के जेठ अखिलेश यादव के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरने को तैयार वहीँ भाजपा से समाजवादी पार्टी में शामिल हुए योगी सरकार के पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के बेटी संघमित्रा मौर्या जो भाजपा की बदायूं से सांसद भी हैं ने अपने पिता के खिलाफ भाजपा का प्रचार करने से साफ़ इंकार कर दिया है.
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भाजपा सांसद संघमित्रा मौर्या का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी भी उनके पिता की तरह हैं, पर अगर पार्टी ने कहा तो भी वह अपने पिता स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ प्रचार नहीं करेंगी.
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संघमित्रा मौर्य ने कहा, ‘मैं बीजेपी के साथ हूं और रहूंगी. मेरे पिता ने सपा में जाने से पहले कोई चर्चा नहीं की. मेरे ऊपर बीजेपी छोड़ने का दबाव नहीं है. पारिवारिक जीवन और राजनीतिक जीवन बिल्कुल अलग-अलग हैं. मैं पूरे प्रदेश में बीजेपी का प्रचार करूंगी. पर पार्टी के कहने पर भी पिता के ख़िलाफ़ प्रचार नहीं करूंगी. मुझे बीजेपी वालों को वफ़ादारी का सर्टिफिकेट देने की ज़रूरत नहीं है.’
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स्वामी प्रसाद मौर्य कुशीनगर की पडरौना सीट से विधायक हैं. स्वामी प्रसाद मौर्य ने हाल ही में उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री पद से इस्तीफा देकर समाजवादी पार्टी में शामिल हुए हैं. साल 2016 में स्वामी प्रसाद मौर्य ने मायावती की बहुजन समाज पार्टी छोड़कर 2017 के यूपी चुनाव से पहले ही भाजपा का दामन थामा था.