जिलाधिकारी डॉ आदर्श सिंह द्वारा कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम के सुदृढ़ीकरण के दृष्टिगत क्लस्टर मॉडल 2.0 के संबंध में लोकसभागार में स्वास्थ्य विभाग व अन्य संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक की गयी । बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम में प्रथम डोज के शेष लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने कहा कि सभी राजस्व ग्रामों में कोविड-19 वैक्सीन की प्रथम डोज आच्छादन का आकलन करा लिया जाए। उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन के इस कार्य को प्राथमिकता से अन्तरविभागीय समन्वय के माध्यम से कराना सुनिश्चित करें, जिससे गांव को प्राथमिकता पर संतृप्त किया जा सके। उन्होंने बताया कि जो ग्राम पंचायत संतृप्त हो जाएगी, उस ग्राम पंचायत को ‘प्रथम डोज संतृप्त ग्राम’ की संज्ञा दी जाएगी साथ ही ग्राम प्रधान को सम्मानित भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि दोनों डोज पूर्ण करने वाली ग्राम को ‘कोविड सुरक्षित ग्राम’ की संज्ञा दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी ब्लॉक स्तरीय अधिकारी और तहसील स्तरीय अधिकारी साप्ताहिक समीक्षा बैठक नियमित रूप से करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा ब्लाक स्तर पर पार्टनर्स संस्थाओं के सहयोग से गांव को वरीयता देते हुए क्लस्टर मॉडल कार्ययोजना बनाई जाए। इसके लिए टीकाकरण टीम में कार्यरत आशा, आंगनवाड़ी द्वारा टीकाकरण दिवस पर क्षेत्र में भ्रमण कर छूटे हुए लाभार्थियों को चिन्हित करते हुए अंतर वैयक्तिक संवाद एवं स्थानीय प्रभावशाली व्यक्तियों के माध्यम से टीकाकरण हेतु प्रेरित किया जाए। उन्होंने कहा कि टीकाकरण सत्र समय से शुरू किए जाए। बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी, समस्त उप जिलाधिकारी, जिला विकास अधिकारी, समस्त खंड विकास अधिकारी, समस्त चिकित्सा अधीक्षक गण व अन्य संबधित अधिकारी गण मौजूद रहे।

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